अजय कुमार सिंह फिर बने झारखंड के डीजीपी, अनुराग गुप्ता हटाए गए
भारतीय निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद झारखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है। आयोग के आदेश पर राज्य के कार्यवाहक डीजीपी अनुराग गुप्ता को उनके पद से हटाया गया और 1989 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय कुमार सिंह को एक बार फिर झारखंड का डीजीपी नियुक्त किया गया है।
नई दिल्ली : भारतीय निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद झारखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है। आयोग के आदेश पर राज्य के कार्यवाहक डीजीपी अनुराग गुप्ता को उनके पद से हटाया गया और 1989 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय कुमार सिंह को एक बार फिर झारखंड का डीजीपी नियुक्त किया गया है।
चुनाव आयोग का आदेश और नई नियुक्ति
निर्वाचन आयोग ने अनुराग गुप्ता को तुरंत उनके पद से हटाने का आदेश देते हुए झारखंड सरकार को निर्देश दिया कि वे सबसे वरिष्ठ डीजीपी रैंक के अधिकारी को यह पद सौंपे। सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अजय कुमार सिंह को डीजीपी नियुक्त कर दिया, जिनकी नियुक्ति का अधिसूचना शनिवार शाम जारी की गई।
अजय कुमार सिंह का करियर
अजय कुमार सिंह पहले भी 24 फरवरी 2023 को झारखंड के डीजीपी नियुक्त किए गए थे। लेकिन उन्हें 26 जुलाई 2024 को इस पद से हटाकर झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के पद पर भेजा गया था। सिंह का पुलिस सेवा में एक लंबा और महत्वपूर्ण अनुभव रहा है। वह एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजीपी, सीआईडी, स्पेशल ब्रांच और रेलवे पुलिस के उच्च पदों पर रह चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने हजारीबाग और धनबाद में एसपी के तौर पर भी सेवाएं दी हैं।
अनुराग गुप्ता को हटाने के पीछे कारण
अनुराग गुप्ता को हटाने के पीछे चुनाव आयोग द्वारा उनके खिलाफ आई शिकायतों को मुख्य कारण माना जा रहा है। साथ ही, गुप्ता की नियुक्ति को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। जुलाई 2024 में कार्यवाहक डीजीपी के रूप में उनकी नियुक्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दायर की गई थी। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया था कि गुप्ता की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के 2018 के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करती है, जिनमें किसी राज्य में कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति पर रोक लगाई गई थी।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on Bharat Update. Follow Bharat Update on Facebook, Twitter.