'चार धाम यात्रा' के लिए शुरू हुआ ऑनलाइन पंजीकरण
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज यानी 15 अप्रैल से शुरू हो गई है। सुबह सात बजे से ही वेबसाइट, एप, वाट्सएप और टोल फ्री नंबर के जरिए आप अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। उत्तराखंड पर्यटन विभाग के अनुसार, 'चार धाम यात्रा' के लिए ऑनलाइन पंजीकरण सोमवार यानी आज से पर्यटन विभाग के पोर्टल पर शुरू हो जाएगा।
Char Dham Yatra 2024: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज यानी 15 अप्रैल से शुरू हो गई है। सुबह सात बजे से ही वेबसाइट, एप, वाट्सएप और टोल फ्री नंबर के जरिए आप अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। उत्तराखंड पर्यटन विभाग के अनुसार, 'चार धाम यात्रा' के लिए ऑनलाइन पंजीकरण सोमवार यानी आज से पर्यटन विभाग के पोर्टल पर शुरू हो जाएगा।
View this post on Instagram
श्रद्धेय तीर्थस्थलों के दर्शन के लिए तीर्थयात्री 15 अप्रैल से आधिकारिक वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। उत्तराखंड में चार-धाम यात्रा में चार मंदिरों, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन शामिल हैं।इस साल, चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू होगी, जिसमें गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ सहित चार में से तीन मंदिरों के कपाट खुलेंगे। आपको बता दें बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुलेंगे। चार धाम यात्रा हिंदू धर्म में गहरा आध्यात्मिक महत्व रखती है। यह यात्रा आम तौर पर अप्रैल-मई से अक्टूबर-नवंबर तक होती है।
पिछले सप्ताह, चमोली के जिलाधिकारी 'हिमांशु खुराना' ने बद्रीनाथ धाम का दौरा किया और चारधाम यात्रा की तैयारियों का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यात्रा शुरू होने से पूर्व सीवर लाइन की मरम्मत, आंतरिक मार्गों का सुधार, पानी, बिजली, स्ट्रीट लाइट एवं वाहन पार्किंग से संबंधित कार्य पूर्ण कर लिये जायें तथा यात्री सुविधा हेतु साइनेज भी लगा दिये जायें। ऊंचाई पर स्थित होने के कारण मंदिर हर साल लगभग छह महीने के लिए बंद रहते हैं और फिर वापस गर्मियों में अप्रैल या मई में खुलते हैं। सर्दियों की शुरुआत में अक्टूबर या नवंबर के साथ ही बंद हो जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि चार धाम यात्रा को दक्षिणावर्त दिशा में पूरा करना चाहिए। इसलिए, तीर्थयात्रा यमुनोत्री से शुरू होती है फिर गंगोत्री की ओर बढ़ती है जिसके बाद केदारनाथ तक जाती है और फिर अंत में बद्रीनाथ मे जाकर समाप्त होती है।
चारधाम यात्रा सड़क या हवाई मार्ग से पूरी की जा सकती है जिसमें हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं। कुछ भक्त 'दो धाम यात्रा' या दो मंदिरों, केदारनाथ और बद्रीनाथ की तीर्थयात्रा भी करते हैं।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on Bharat Update. Follow Bharat Update on Facebook, Twitter.