India Nepal Relation : चीन के बाद नेपाल ने भारत के तीन इलाकों को अपना बता कर नया विवाद खड़ा कर दिया है। लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाल का हिस्सा होने का दावा किया गया है।
नेपाल ने अपने नए 100-रुपये के नोट पर इनका नक्शा छापा है। जबकि ये तीनों इलाके भारत की सीमा के अन्दर आते हैं। बता दें कि इसी सप्ताह चीन ने भी अरुणाचल प्रदेश (AP) को चीन का हिस्सा बताकर जमीन से जुड़ा विवाद खड़ा किया था।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने सुनाई खरी-खरी
विदेश मंत्रालय (MEA) ने नेपाल को करारी चपत लगाते हुए कहा कि ऐसे दावों से सच्चाई नहीं बदलती। नेपाल को भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए। ऐसे दावे द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन करते हैं। भारत ने इस कदम की कड़ी निंदा की है और इसे एकतरफा कार्रवाई बताया है, जिसमें ऐतिहासिक तथ्यों को नजरअंदाज किया गया।
नेपाल पहले भी कर चुका है दावा
नेपाल ने ऐसे दावे पहले भी किए हैं। साल 2020 में जब नेपाल ने अपने मानचित्र में इन क्षेत्रों को शामिल किया था, तो भारत ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताकर विरोध जाहिर किया था। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, नई दिल्ली ने साफ कहा था कि इस तरह गलत तरीके से दावा बढ़ाना स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
नेपाल ने अपने 100 रुपये के नए नोट पर जिन इलाकों को दिखाया है उन्हें भारत हमेशा से अपना मानता है। ऐसे में नेपाल सरकार का यह कदम दोनों देशों के बीच कड़वाहट पैदा कर सकता है।
क्या बोले नेपाल राष्ट्र बैंक प्रवक्ता
नेपाल राष्ट्र बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा कि नक्शा पहले से ही पुराने 100 रुपये के नोट में था और सरकार के फैसले के अनुसार इसे संशोधित किया गया है। नक्शे के पास अशोक स्तंभ छपा हुआ है जिस पर लिखा है कि लुंबिनी, भगवान बुद्ध का जन्मस्थान। पीठ पर एक सींग वाले गैंडे की तस्वीर है। इसे पहचानने में मदद करने के लिए बैंकनोट में एक सुरक्षा धागा और एक काला बिंदु भी है।








