Tejashwi Yadav Bihar Attack : विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से ठीक पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीए सरकार और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीते 20 सालों में बिहार का हाल बेहाल हो चुका है। न फैक्ट्री खुली, न रोजगार मिला, और न ही पलायन रुका। तेजस्वी ने तंज भरे लहजे में कहा –
“अगर डबल इंजन सरकार चाहती, तो बिहार को नंबर-1 बनाया जा सकता था, मगर उन्होंने बिहार को सिर्फ वादों में उलझा दिया।”
अमित शाह पर सीधा हमला – “बिहार को बाहरी लोग कब्जा करना चाहते हैं”
तेजस्वी यादव ने गृह मंत्री अमित शाह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे बिहार को औपनिवेशिक राज्य (गुलाम जैसा) बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि “बाहरी लोग बिहार पर कब्जा करना चाहते हैं, लेकिन बिहारी जनता अब चुप नहीं बैठेगी।” उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार जनता हर झूठ का करारा जवाब देगी।
प्रधानमंत्री मोदी पर तंज – “गुजरात में बोलते तो अच्छा होता”
तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। बोले –
“पीएम बिहार में बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, जो अगर गुजरात में करते तो वहाँ के लोग भी खुश हो जाते। उनके पास न विजन है, न रोडमैप – बस जुमलेबाजी और गाने गाने में वक्त बीत रहा है।”
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री को इतना फुर्सत है कि वेब सीरीज़ देखने का वक्त भी निकाल लेते हैं।”
अपराधियों के साथ मंच साझा करने का आरोप
तेजस्वी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार में दुर्दांत अपराधियों के साथ मंच साझा किया है। उन्होंने सवाल उठाया, उन्होंने कहा, “क्या ये लोग साधु-महात्मा हैं?” – यह जनता के साथ धोखा है।
चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। बोले, “68 प्रतिशत पुलिस ऑब्जर्वर बीजेपी शासित राज्यों से हैं। स्ट्रॉन्ग रूम के सीसीटीवी बार-बार बंद हो जाते हैं। आखिर यह सब क्यों हो रहा है?” उन्होंने कहा कि 208 कंपनियाँ भी बीजेपी शासित राज्यों से आई हैं। तेजस्वी ने कहा,
“भाजपा जितना पाप करेगी, चुनाव आयोग उसे धोने की कोशिश करेगा,”
वोटिंग के आँकड़ों पर संदेह
आरजेडी नेता ने यह भी पूछा कि चुनाव आयोग वोटिंग के सही आँकड़े क्यों नहीं बता रहा। कितने पुरुषों और महिलाओं ने वोट डाले – यह जानकारी जनता से क्यों छिपाई जा रही है? उन्होंने कहा, “मोदी-शाह के दौर में चुनाव आयोग की आवाज़ दबा दी गई है।”
अधिकारियों पर दबाव का दावा
तेजस्वी ने दावा किया कि कई बड़े अफसरों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे विपक्षी नेताओं को परेशान करें। उन्होंने अफसरों से अपील की – “डरिए मत, सच के साथ रहिए। जनता सब याद रखती है और जवाब ज़रूर देगी।”
तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है। इस बार लोग “नौकरी वाली सरकार” लाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि गरीबी, पलायन और बेरोज़गारी से मुक्ति दिलाने का वक्त आ गया है।
171 रैलियों से जनता का मूड साफ़ – रोज़गार और विकास की मांग
तेजस्वी ने बताया कि उन्होंने इस चुनाव में 171 रैलियाँ और जनसभाएँ कीं। उन्होंने कहा, “जहाँ भी गया, वहाँ जनता ने एक ही बात कही – अब विकास चाहिए, रोज़गार चाहिए।” उन्होंने कहा कि बिहार के लोग चाहते हैं कि राज्य में फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगें, ताकि परिवार बिछड़ें नहीं और नौजवानों को घर पर ही काम मिले।
तेजस्वी ने आखिर में कहा,
“बीस साल से बिहार को पीछे धकेलने वालों का हिसाब अब जनता करेगी। इस बार वोट सिर्फ सरकार बदलने के लिए नहीं, बल्कि बिहार का भविष्य सँवारने के लिए पड़ेगा।”
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