Loading...
  • ... अपडेट हो रहा है
  • ... अपडेट हो रहा है
  • ... अपडेट हो रहा है
24K Gold
Loading...
Silver (1kg)
Loading...
24K Gold
Loading...
ताज़ा ख़बरें
Loading updates...

तेज प्रताप यादव ने रोहिणी आचार्य के अपमान पर परिवार और नेताओं को चेतावनी दी

Bihar News : बिहार विधानसभा चुनाव के बाद लालू यादव की पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में हालात लगातार तनावपूर्ण बनी हुई हैं। इस बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन रोहिणी आचार्य से जुड़े हालिया विवाद पर कड़ा बयान देते हुए सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट साझा की, जिसने लालू परिवार में चल रही हलचल को और सामने ला दिया है।

तेज प्रताप ने अपने पार्टी के इंस्टाग्राम हैंडल (janshaktijantadal) पर लिखा, “कल की घटना ने दिल को भीतर तक झकझोर दिया है। मेरे साथ जो कुछ हुआ, उसे मैं सह गया, लेकिन मेरी बहन के साथ जो अपमान हुआ, वह किसी भी हाल में सहन नहीं किया जा सकता।”

मेरी बहन के अपमान को नहीं सहूंगा

तेज प्रताप ने अपने पार्टी के इंस्टाग्राम हैंडल (janshaktijantadal) पर लिखा, “कल की घटना ने दिल को भीतर तक झकझोर दिया है। मेरे साथ जो कुछ हुआ, उसे मैं सह गया, तेजस्वी की बुद्धि पर पर्दा पड़ गया है।”

तेज प्रताप यादव ने नेताओं पर निशाना साधा

उन्होंने आगे बिना नाम लिए तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले चेहरों (संजय यादव, रमीज) पर निशाना साधते हुए लिखा, ‘सुन लो जयचंदों, परिवार पर वार करोगे तो बिहार की जनता तुम्हें कभी माफ़ नहीं करेगी।’ तेज प्रताप ने रोहिणी आचार्य के उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके साथ चप्पल उठाया गया। तेज प्रताप ने आगे लिखा, ‘जबसे मेरी रोहिणी बहन के चप्पल उठाने की खबर सुनी, दिल की आहत अब अग्नि बन चुकी है। जब जनमानस की भावनाएं आहत होती हैं तो बुद्धि पर पड़ी धूल उड़ जाती है, इन चंद चेहरों ने तेजस्वी की भी बुद्धि पर पर्दा डाल दिया है।’

अन्याय का परिणाम गंभीर होगा

उन्होंने चेतावनी देते हुए आगे लिखा, ‘इस अन्याय का परिणाम बहुत गंभीर होगा, समय हर चीज का कठोर हिसाब करता है।’ तेज प्रताप ने अपने पिता और आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए लिखा, ‘पिता जी, एक संकेत दीजिए। आपका केवल एक इशारा, और बिहार की जनता इन जयचंदों को जमीन में गाड़ देने का काम खुद कर देगी।’ उन्होंने कहा कि यह लड़ाई किसी दल की नहीं, बल्कि परिवार के सम्मान, बेटी की गरिमा और बिहार के स्वाभिमान की लड़ाई है।

रोहिणी आचार्य के लगातार बयानों के बाद लालू परिवार में तनाव और आरोप-प्रत्यारोप अब खुलकर सामने आ चुके हैं, जिससे पार्टी की अंदरूनी राजनीति और जटिल हो गई है।

यह भी पढ़ें चुनाव में करारी हार के बाद खेसारी लाल यादव के बदले सुर, कहा – ‘मैं नेता बनना ही नहीं चाहता था’