Bihar News : बिहार में चुनाव नज़दीक आ रहे हैं और इसके साथ ही राज्य की राजनीति गरमाती जा रही है। इस बीच, जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उदय सिंह ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि सम्राट चौधरी ने लौना परसा नरसंहार मामले में गलत दस्तावेज़ प्रस्तुत कर खुद को नाबालिग बताकर जेल से रिहा कराया था। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति का उच्च पद पर बने रहना कानून के शासन और जनता के विश्वास के लिए हानिकारक है।
सरकारी रिकॉर्ड में सम्राट चौधरी आरोपी
उदय सिंह ने बताया कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, सम्राट चौधरी इस नरसंहार के आरोपी हैं, जिसमें कुशवाहा समुदाय के छह लोगों की हत्या हुई थी। इस मामले में सम्राट चौधरी समेत छह अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और वे कई महीने जेल में रहे थे। उनकी जमानत दो बार खारिज हुई थी। लेकिन उन्होंने मैट्रिक की प्रवेश परीक्षा का दस्तावेज़ दिखाकर अपनी उम्र 15 वर्ष बताई और नाबालिग होने का दावा करके जेल से रिहा पाए।
गलत दस्तावेजों का किया इस्तेमाल
उदय सिंह ने कहा कि बाद में चुनावी हलफनामों में सम्राट चौधरी ने अपनी जन्मतिथि 1969 दर्ज कराई, जिससे यह पता चलता है कि 1995 में उनकी उम्र लगभग 26 वर्ष थी, जो नाबालिग होने से अधिक है। इससे यह साबित होता है कि उन्होंने गलत दस्तावेज़ों के सहारे जेल से बाहर आने का प्रयास किया। उदय सिंह ने कहा कि ऐसे व्यक्ति का मंत्री पद पर बने रहना शासन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाता है और लोकतंत्र में जनता का भरोसा कमज़ोर करता है।
मंत्री पद से हटाने का किया आग्रह
पत्र में उदय सिंह ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि सम्राट चौधरी को तुरंत मंत्री पद से हटाया जाए और कानून को अपना काम करने दिया जाए ताकि नरसंहार के पीड़ितों को न्याय मिल सके। उन्होंने प्रधानमंत्री पर विश्वास जताया कि वे इस मामले को गंभीरता से लेंगे और सार्वजनिक जीवन में सत्य, न्याय तथा जवाबदेही को बनाए रखेंगे।
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