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दशहरा बना सियासी रणभूमि, बिहार चुनाव से पहले BJP-RJD के बीच सोशल मीडिया पर शुरू हुआ पोस्टर वार

Bihar News : **दशहरे** के दिन बिहार की राजनीति में **सोशल मीडिया** के मंच पर **तीखी तकरार** देखने को मिली, जब **भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)** और **राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी)** के बीच पोस्टर और वीडियो के ज़रिए **ज़ुबानी जंग** छिड़ गई। जहाँ बीजेपी ने आरजेडी नेता **तेजस्वी यादव** को निशाना बनाते हुए उन्हें **‘कलयुग का रावण’** बताया, वहीं आरजेडी ने **नीतीश कुमार की सरकार** को रावण रूपी **अहंकार** से जोड़ते हुए **बदलाव की आवश्यकता** जताई।

बीजेपी ने राहुल गांधी और तेजस्वी की तुलना रावण से की

बीजेपी ने अपने आधिकारिक **एक्स अकाउंट** पर एक ग्राफ़िक साझा किया जिसमें एक ओर **त्रेता युग के रावण** की तस्वीर दिखाई गई थी और दूसरी ओर **राहुल गांधी और तेजस्वी यादव** की तस्वीर लगाई गई थी। कैप्शन में कहा गया कि जैसे रावण ने माता सीता का अपहरण कर उनका अपमान किया था, वैसे ही कुछ नेता आज भी **मातृ शक्ति का अपमान** कर रहे हैं। साथ ही यह भी जोड़ा गया कि इन नेताओं के मंच से प्रधानमंत्री की दिवंगत माँ के ख़िलाफ़ **अपशब्द** कहे गए, जो दर्शाता है कि **कलयुग में भी रावण मौजूद** है, बस उसका चेहरा बदल गया है। बीजेपी ने यह भी लिखा कि जनता अपने मत से इस **रावण का अंत** करेगी।

आरजेडी का जवाब, रावण दहन का वीडियो किया पोस्ट

इसके जवाब में आरजेडी ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें **रावण दहन** का दृश्य दिखाया गया है। इस वीडियो के साथ आरजेडी ने लिखा कि बिहार में **भ्रष्टाचार, घमंड, अफ़सरशाही और झूठे प्रचार** का अंत निकट है। वीडियो में यह संदेश दिया गया कि जब राज्य में **तेजस्वी यादव** के नेतृत्व में सरकार बनेगी, तब **जनता की भलाई, नौकरियों और रोज़गार** की दिशा में **सकारात्मक शुरुआत** होगी। पार्टी ने दावा किया कि यह सरकार **जनहित को समर्पित** और जन सरोकारों से जुड़ी होगी।

दशहरे जैसे त्योहार पर जब पूरा देश **बुराई पर अच्छाई की जीत** का प्रतीक रावण दहन मना रहा था, उसी दिन बिहार में राजनीतिक दलों के बीच **‘रावण’ को लेकर सियासी मुक़ाबला** सोशल मीडिया पर देखने को मिला। यह पूरा घटनाक्रम एक बार फिर दर्शाता है कि बिहार में राजनीति किस हद तक जन-जीवन का हिस्सा बन चुकी है, जहाँ त्योहार भी सियासत से **अछूते नहीं** रहते।

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