Delhi Blast : दिल्ली ब्लास्ट केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकी डॉ. शाहीन की अलमारी से बड़े राज़ खोले हैं। एनआईए ने 18.50 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। यह कैश अल-फलाह यूनिवर्सिटी के फ्लैट कमरा नंबर 22 की अलमारी में रखा था और इसे एक साधारण पॉलीथिन में छुपाया गया था।
अलमारी के दूसरे लॉकर से क्या मिला
जांच एजेंसी ने फ्लैट में रखी अलमारी का ताला खुलवाया तो अंदर एक गोपनीय लॉकर मिला। इसको खुलवाया गया तो अंदर कई पैकेट रखे हुए थे। इन पैकेट में 500-500 रुपये के नोट थे। गिनती करने पर ये 18.50 लाख रुपये निकले। जब टीम ने अलमारी के दूसरे लॉकर की तलाशी ली, तो इसमें सोने के 2 बिस्कुट के साथ करीब 300 ग्राम सोने के गहने बरामद हुए। अरब देशों की करेंसी भी मिली। डॉ. शाहीन के कई गैर-सरकारी संगठन (NGO) से लिंक थे।
NIA की जांच तेज: कैश आया कहां से
जांच में पता चला कि इसी साल 25 सितंबर को शाहीन ने यह रकम नकद में ही ब्रेजा कार खरीदने के लिए इस्तेमाल की थी। एनआईए फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि इतना बड़ा कैश शाहीन के पास आया कैसे। एजेंसी की जांच जारी है और सभी सबूतों को इकट्ठा कर मामले की गहन पड़ताल की जा रही है।
लखनऊ में रहता है शाहीन का परिवार
डॉ. शाहीन का परिवार लखनऊ के डालीगंज स्थित घर नंबर 121 में रहता था। पिता ने बताया कि शाहीन के तीन भाई-बहन हैं। सबसे बड़े बेटे शोएब यहीं पिता के साथ रहते हैं, दूसरे नंबर पर शाहीन हैं जिनकी हाल ही में गिरफ्तारी हुई है और तीसरे नंबर पर परवेज है।








