26 दिसंबर को ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों ने शुरुआती कारोबार में 5.4% तक की उछाल दिखाई। बीएसई पर शेयर 37.28 रुपये तक पहुंच गए। इस तेजी का मुख्य कारण है कि कंपनी को ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत 366.78 करोड़ रुपये का इंसेंटिव मिलने वाला है। यह भुगतान वित्त वर्ष 2024-25 के लिए तय सेल्स वैल्यू पर आधारित डिमांड इंसेंटिव के तहत होगा।
ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने कहा कि यह इंसेंटिव कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को मजबूत करेगा और भारत में विश्वस्तरीय ईवी टेक्नोलॉजी बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह लगातार छठा दिन है जब कंपनी के शेयरों में तेजी देखी गई है।
सरकार ने इस इंसेंटिव का भुगतान IFCI लिमिटेड के माध्यम से करने का निर्देश दिया है, जो PLI स्कीम के तहत फंड वितरण के लिए नामित वित्तीय संस्थान है। PLI स्कीम का उद्देश्य घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना, एडवांस्ड व्हीकल टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देना और भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा क्षमता को मजबूत करना है।
इसके अलावा, ओला इलेक्ट्रिक की सब्सिडियरी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (OET) ने ₹100 करोड़ के Optionally Convertible Redeemable Preference Shares (OCRPS) अलॉटमेंट को मंजूरी दी है। इसके तहत Ola Cell Technologies Private Limited को कुल 10 करोड़ OCRPS जारी किए जाएंगे। यह ₹100 करोड़ का निवेश एक साथ नहीं बल्कि अलग-अलग चरणों में किया जाएगा।
ओला इलेक्ट्रिक की यह पहल न केवल कंपनी की विकास यात्रा को मजबूती देती है, बल्कि भारत में ईवी इंडस्ट्री को भी नई ऊँचाइयों तक ले जाने की कोशिश को दर्शाती है।








