उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के किसानों के लिए एक अहम फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि राज्य के लघु और सीमांत किसानों को अब 6 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। यह सुविधा मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के तहत दी जाएगी, जिसका उद्देश्य किसानों को सस्ता और आसान कर्ज उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह ऋण भूमि विकास बैंक (LDB) के माध्यम से दिया जाएगा। इस योजना के तहत किसान अपनी कृषि जरूरतों के लिए कम ब्याज पर कर्ज ले सकेंगे। इससे उन्हें खेती के लिए बीज, खाद, सिंचाई, उपकरण और अन्य जरूरी संसाधन जुटाने में मदद मिलेगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश का किसान राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराकर किसानों को साहूकारों और महंगे निजी कर्ज से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के अनुसार, इस योजना का लाभ खास तौर पर छोटे किसानों को मिलेगा, जिनके पास सीमित जमीन और संसाधन होते हैं। ऐसे किसान अक्सर खेती के लिए महंगे कर्ज लेने को मजबूर हो जाते हैं। 6 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण मिलने से उनकी आर्थिक परेशानी कम होगी और खेती करना आसान होगा।
सरकार का मानना है कि सस्ता ऋण मिलने से किसान समय पर खेती से जुड़े काम पूरे कर सकेंगे। इससे फसल की पैदावार बढ़ेगी और किसानों की आय में भी सुधार होगा। साथ ही, किसान आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने में भी सक्षम बनेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार किसानों की भलाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। फसल बीमा, न्यूनतम समर्थन मूल्य, सिंचाई योजनाएं और अब सस्ता ऋण—ये सभी कदम किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उठाए गए हैं।
सरकार की ओर से यह भरोसा दिलाया गया है कि ऋण प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी रखा जाएगा, ताकि किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो। योजना के क्रियान्वयन पर संबंधित विभागों को जरूरी निर्देश भी दिए गए हैं।
कुल मिलाकर, मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के तहत 6 प्रतिशत ब्याज पर ऋण देने का फैसला प्रदेश के किसानों के लिए राहत भरी खबर है। यह योजना किसानों की आर्थिक मजबूती बढ़ाने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र को नई दिशा और ताकत देने का काम करेगी।








